हिंद देश के निवासी (hind desh ke niwasi lyrics) एक लोकप्रिय देशभक्ति गीत है जिसे हिंदी भाषा में बड़े ही उत्साह और गर्व के साथ गाया जाता है। यह गीत बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़ों तक के बीच बहुत प्रिय है। इस गीत को अक्सर स्कूलों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय त्योहारों में गाया जाता है।
- Song Title : Hind Desh Ke Niwasi
- Singers : Singers : Dr. Ashutosh
- Lyrics : Vinayacandra Maudgalya
- Music : Basant Desai
हिंद देश के निवासी : ( Hind Desh Ke Niwasi Lyrics )
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं
रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं
रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं
बेला गुलाब जूही चम्पा चमेली
बेला गुलाब जूही चम्पा चमेली
प्यारे-प्यारे फूल गूंथे माला में एक हैं
प्यारे-प्यारे फूल गूंथे माला में एक हैं
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं
रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं
कोयल की कूक न्यारी पपीहे की टेर प्यारी
कोयल की कूक न्यारी पपीहे की टेर प्यारी
गा रही तराना बुलबुल राग मगर एक है
गा रही तराना बुलबुल राग मगर एक है
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं
रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं
गंगा यमुना ब्रह्मपुत्र कृष्णा कावेरी
गंगा यमुना ब्रह्मपुत्र कृष्णा कावेरी
जाके मिल गयी सागर में हुई सब एक हैं
जाके मिल गयी सागर में हुई सब एक हैं
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं
रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं
रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं
Hind Desh Ke Niwasi Lyrics in English
Hind desh ke niwaasi sabhi jan ek hain
rang roop vesh bhasha chahe anek hain
hind desh ke niwaasi sabhi jan ek hain
rang roop vesh bhasha chahe anek hain
bela gulab juhi champa chameli
bela gulab juhi champa chameli
Pyare pyare Phool goonthe mala mein ek hain
pyare pyare phool goonthe mala mein ek hain
hind desh ke niwaasi sabhi jan ek hain
rang roop vesh bhasha chahe anek hain
koyal ki kook nayari papihe ki ter pyari
koyal ki kook nayari papihe ki ter pyari
gaa rahi tarana bulbul raag magar ek hai
gaa rahi tarana bulbul raag magar ek hai
hind desh ke niwaasi sabhi jan ek hai
rang roop vesh bhasha chahe anek hain
ganga yamuna brahmaputra krishna kaveri
ganga yamuna brahmaputra krishna kaveri
jake mil gayi sagar mein hui sab ek hain
jake mil gayi sagar mein hui sab ek hain
hind desh ke niwasi sabhi jan ek hai
rang roop vesh bhasha chahe anek hain
hind desh ke niwasi sabhi jan ek hai
rang roop vesh bhasha chahe anek hain